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Showing posts from March, 2014

Raat ki Razai

ऐ माई आज मेरे लिए एक रज़ाई तुम बुन देना सौ ग्राम रुई डालना सपनों की सौ ग्राम उस में अंगड़ाई भरना चंद धागे भी बुनना तुम प्रेम की मीठी यादों के ताना बाना जो उस में मिली हो तारों की झलकें चंद दुखड़े भी डालना तुम और रंगना मेरे आसुंओ से कोनों की टाँकें जो लगाओ तो पिरोना सुआ मेरे केसुओं से  ये आने वाली रुत बड़ी लम्बी रात लाएगा अतीत के पन्ने फाड़ कर ये मुझे सुनाने आएगा वो किस्से सुन मैं सो जाऊँ बस यही आस उठे मन में तन ढक जग से मैं छुप जाऊँ जब रात पहर मुझ से गुज़रे ऐ माई आज मेरे लिए एक रज़ाई तुम बुन देना सौ ग्राम रुई डालना सपनों की सौ ग्राम उस में अंगड़ाई भरना

Dukh

आज आँखों के आँसू भी सूख गए पर दिल में बसा ये दुःख कम होने को तैयार न हो पाय  बस एक नासूर बन मन के किसी कोने में ख़ुद  को ऐसा है छुपाए मानो कांटे की फांस पैर में अटक जाए इल्हाम करती है ये रूह तो सिर्फ़ रंजिश-ए-माज़ी का क्या जाने , कोई मोती मिल जाएँ

Six Things to Watch Out for This Election

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Source: Totem India Election News 2014 Yes, it's election time 2014. The general elections, coupled with several states like Maharashtra, Seemandhra and Telangana are headed to the polls. While everyone is busy slugging it out, there are several key factors that may be missed out by several people. After all, in the quest for numbers, several people forget that elections are as much about chemistry - with the voters and with the allies apart from the media blitzkreig that serves as propaganda and watchman at the same time. I put forward six things which in my opinion need to be kept an eye on: 1. Decimation of the Left Front - The Left has been one solid unit until now, with the Revolutionary Socialist Party and the Forward Bloc crying foul and leaving the coalition angrily. This will translate into major headaches for the CPI and CPI(M) in particular, since the vote share of this block ensured that they always had respectable number of seats as a combine, in addition to ser...